बच्चों को स्वस्थ रखने के 10 उपाय | 10 Tips to Keep Child Healthy in Hindi

बच्चों को स्वस्थ रखने के 10 उपाय | कमजोर बच्चे को हेल्दी कैसे बनायें ? बच्चों को स्वस्थ कैसे रखे | बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए क्या करना चाहिए? 10 Tips to keep Child Healthy in Hindi | How to keep child healthy in Hindi ?

प्रत्येक माता-पिता खुद के स्वास्थ्य से ज्यादा बच्चो के स्वास्थ्य को लेकर अधिक तनाव और चिन्ता में रहते है। बच्चों का स्वास्थ्य ठीक न रहने पर बच्चों के साथ-साथ पूरे परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ता है |अच्छा स्वास्थ्य बच्चो को न केवल पढाई, बल्कि किसी भी कार्य को रूचि के साथ करके, एक नया आयाम स्थापित करने में मदद करता है | यद्यपि करोना महामारी के बाद स्वास्थ्य के प्रति लोगो की जागरूकता बढ़ी है, फिर भी हमें बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर और अधिक जागरूक होने की अवश्यकता है। इस लेख के माध्यम से, मै आप के सामने बच्चों को स्वस्थ रखने के कुछ उपाय शेयर करने जा रही हूँ जो निश्चित ही, सभी माता पिता लिए उपयोगी होगा।

बच्चो को स्वस्थ रखने के 10 सुझाव |

संतुलित भोजन

स्वस्थ शरीर सुखी जीवन का आधार है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित भोजन एक महत्वपूर्ण घटक है। उचित मात्रा में विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन और मिनरल्स को भोजन में शामिल करने से शरीर स्वस्थ रहता है। दूध, पत्तेदार सब्जियां, ओट्स और दलिया को भोजन में अवश्य शामिल करे। दूध एक सम्पूर्ण आहार है, क्योंकि इसमें लगभग सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर के विकास और वृद्धि के लिए आवयश्यक है। फलों में प्रचुर मात्रा में मौजूद फाइबर और विटामिन, शरीर को स्वस्थ बनाने में सहायक होती है।

सोने और जागने का सही समय

नींद हमारे शरीर के लिए अति आवश्यक है। जब हम सोते है तो हमारे अन्दर मौजूद प्राण शक्ति, हमारे पूरे शरीर की उपचार (Heal) करती है | पर्याप्त नींद लेने से मन-मस्तिष्क और शरीर को आराम मिलता है, तथा कई गंभीर बीमारियो से बचा जा सकता है। सोने और जागने का सही समय होने से शरीर स्वस्थ, फुर्तीला और चुस्त-दुरूस्त रहता है। निश्चित सही समय पर सोने और जागने से बच्चो का इम्यून सिस्टम भी मजबूत रहता है, जिससे उनमें होने वाली बीमारियों, सर्दी, जुकाम, और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद मिलती है। अतः बच्चों को कम से कम 8-10 घंटे जरूर सोने दे |

नियमित व्यायाम और खेल-कूद

खेल-कूद और व्यायाम शरीर को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है | नियमित व्यायाम और खेल से उनका मानसिक और शारीरिक दोनों विकास होता है। अत: बच्चों को खेलने से कभी भी मना न करे, बल्कि संभव हो सके तो आप भी उनके साथ खेले | इससे आप भी ज्यादा फिट और अच्छा महशूस करेगें |

फास्ट फूड से दूरी

जिस प्रकार मिलावटी और घटिया ईधन (Fuel) से एक गाड़ी की हेल्थ खराब हो जाती है, उसी प्रकार फास्ट फूड रूपी ईधन हमारे शरीर की हेल्थ को खराब कर देते है | बदलते जीवनशैली में, यह आज हर भारतीय के खान-पान का हिस्सा बन चुका है। जल्दी से तैयार होने वाले जंक फूड को बच्चे भी बहुत ही रुचि के साथ खाते है। जंक फूड में मौजूद अस्वास्थ्यकर (Unhealthy) संतृप्त वसा (saturated fat), कार्सोजेनिक पदार्थो के कारण, बच्चों में कम उम्र में ही मोटापा, कैंसर और ह्रदय सम्बंधित जैसी कई बीमारियां देखने को मिल रही है। अत: जितना जल्दी हो सके फास्ट फूड को त्याग दे |

मैदा, चीनी और नमक से दूरी

हमारे प्राचीन पद्धति में मैदा, चीनी और नमक को सफेद जहर कहा गया हैं । इसका ज्यादा सेवन करने से हमारी कार्य क्षमता में कमी के साथ साथ शरीर पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इनका अत्यधिक सेवन, बच्चो मे मोटापा बढ़ाने में भी सहायक होता है।

पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन

हर माता -पिता अपने बच्चे के खान-पान और पोषण से जुड़ी जरूरतों का विशेष ध्यान रखते है हालाकि पानी भी स्वस्थ शरीर के लिए अति आवश्यक है। इसलिए कहा जाता है की जल ही जीवन है, इसके बिना सब निर्जल है। पर्याप्त मात्रा में पानी के सेवन से शरीर की आधी बिमारिया समाप्त हो जाती है।

डिजिटल सामग्री का सीमित प्रयोग

लगभग हर माता-पिता अपने बच्चो को व्यस्त रखने के लिए डिजिटल सामग्री सहारा लेते है। वे बच्चो को खिलौने से खेलने के बजाय डिजिटल सामग्री जैसे स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, टेलीविजन,वीडियो गेम की लत लगा देते है।जिससे बच्चो की आंखों की रोशनी खराब हो सकती है और मोटापे का शिकार भी हो सकते है। डिजिटल सामग्री का सीमित प्रयोग करने से बच्चो के सवागीर्ण विकास करने में मदद मिलेगी।

साफ सफाई का ध्यान

साफ सफाई हमारे जीवन का एक महत्पूर्ण अंग है। स्वच्छ वातावरण में रहने से शरीर स्वस्थ रहता है। अत: स्वच्छता के प्रति बच्चों को जागरूक अवश्य करे तथा बच्चो में खुद को स्वच्छ रखने से सम्बंधित अच्छी आदते विकसित करे, जैसे रोज नहाना, स्वच्छ कपड़े पहनना, दांतो की सफाई, नाखूनों को कटना इत्यादि |

नियमित टीकाकरण

बच्चो को बिमारियो से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण नितांत आवश्यक है। नियमित टीकाकरण बच्चो में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे खतरनाक बीमारियां से लड़ने में मदद मिलती है |

स्वच्छ परिवेश

स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य का मूलमंत्र है। स्वच्छ परिवेश हमें मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और बौद्घिक रूप से स्वस्थ रखता है। बच्चों को घर के साथ -साथ बाहर अपने आस-पास कही भी गंदगी न फैलाने की सिख दे। साथ ही साथ बच्चों को कूड़ा हमेशा कूड़ेदान में ही डालना सिखाए। अपने आस-पास तथा बिस्तर पर गिरी हुए चीजों को तुरंत साफ करने की सीख दे, जिससे बैक्टीरिया पनपते है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते है |

FAQ

संतुलित भोजन क्या होता है ?

भोजन मे, कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन,विटामिन,और मिनरल कि उचित मात्रा में मौजूदगी संतुलित भोजन कहलाता है |

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