10 kid’s room creative decoration ideas in hindi। बच्चों के कमरे को कैसे सजाएं।

Kid’s room creative decoration ideas बच्चो के कमरे को कैसे सजाए?

अपना घर बनाना सभी लोगो का सपना होता है। इसी क्रम में पेरेंट्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है कि वे अपने लाड़ले बच्चे के कमरे को कैसे बनाये? और उसमें किस प्रकार की सजावट जाएं? जिससे बच्चे उसके प्रति आकर्षित हो। बच्चो के कमरे को सजाते समय विशेष रूप से इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि कमरे का माहौल सकारात्मक और आनंदमय हो जिसमें बच्चे अपने आप को कंफर्टेबल महसूस करें।

बच्चो के कमरे को सजाने के तरीके

पैरेंट बच्चो के कमरे को सजाने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते है। पर कभी-कभी सजावट में कमी होने पर उसका नुकसान आपके लाड़ले और प्यारे बच्चो को उठाना पड़ता है। इस लेख में दिए गए कमरे को सजाने के तरीके को फॉलो कर आप आपने बच्चे के कमरे की सजावट और भी अच्छे से कर सकते है।

वॉल पेंटिंग

बच्चे अपने कमरे के प्रति संवेदनशील होते है। उनके लिए उनका कमरा खास होता है। सभी माता-पिता की इच्छा होती है कि उनके बच्चो का कमरा अलग और आकर्षित हो। इसी क्रम में यदि कमरे की दीवारों पर रोमांचित और रचनात्मक वॉल पेंटिंग करने से बच्चो में एक नई कल्पनाशक्ति का विकास होगा।

फर्नीचर

बच्चे के कमरे को सजाने के लिए विशेष महत्वपूर्ण उनके कमरे के फर्नीचर होते है। घर के हर कमरे की ही तरह अपने बच्चे के कमरे में फर्नीचर का इस्तेमाल कर सकते है। फर्नीचर आकर्षित और आरामदायक हो। ऐसे फर्नीचर लेने से बचें जिसके नुकीले किनारे हो जिससे उन्हें चोट भी लग सकती। ऊंचे बेड बिल्कुल न लगवाए। डबल स्टोरेज बेड भी लगवा सकते है ।

आकर्षित बेडशीट कवर

बच्चो के सवागीर्ण विकास के लिए खेलना-कूदना, पढ़ना-लिखना के साथ अच्छी और आरामदायक नींद भी नितांत आवश्यक है। बच्चे दिनभर की थकावट को दूर सोकर करते है आपको इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि उनके लिए आरामदायक बेड के साथ-साथ आकर्षित बेडशीट(चादर) भी हो। बेडशीट चादर कई तरह की नए डिज़ाइन में आते है जिसमे पिक्चर, कार्टून, एनीमेशन वाले चित्र बने होते है जिन्हे बच्चे बहुत पसंद करते है। बेडशीट के रंगों का चुनाव बच्चो की पसंद से करे जिससे वे बहुत खुश होगे और उस पर सोते हुए उन्हें अच्छी और पर्याप्त नींद आयेगी।

खिलौने संग्रहित करके रखने की जगह

बच्चो के पास कई तरह के छोटे-बड़े खिलौने होते है। आप इस बात का अवश्य ध्यान दें कि उनके कमरे मे एक खिलौने रखने कि जगह जरूर रखे जहां पर खिलौने के लिए शेल्फ,अलमारी,टोकरी ,बॉक्स आदि रखा जाए ,जिनमें बच्चे अपने खिलौनों को रख सके। इससे बच्चों में अपने समान व खिलौनों को व्यवस्थित करके रखने का शिष्टाचार भी आएगा। जिससे बच्चे अपने खिलौनों को घर के किसी भी स्थान पर खेलने के बाद नही छोड़ेंगे। उनको बकायदा अपने जहां रखेंगे।

रचनात्मक कार्य के लिए स्थान

बच्चें नई-नई रचनात्मक कार्यों को करके सीखते है उनकी कल्पनाशक्ति और नए विचारों, कार्यों को करने के लिए विशेष जिज्ञासा विकसित होती है। अपने लाड़ले के कमरे मे रचनात्मक कार्यों के लिए पर्याप्त मात्रा में मजेदार स्थान हो जहां बच्चे क्राफ्ट,क्ले ड्राइंग मजे से कर सके। जिससे बच्चे उस जगह पर पर मस्ती कर सके। इंडोर गेम खेलने के लिए कमरे में ही खाली जगह रखे ताकि बच्चे खेल दूसरे कमरे में जाकर खेलने के बजाय वे अपने कमरे में खेलना पसंद करे।

प्राकृतिक रोशनी

कमरे में सूरज की पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो। ताज़ी हवा और रोशनी के लिए खिड़की खुली रखें। खिड़कियां खुली रखने से कमरे में हमेशा वैंटीलेशन बना रहता है, जिससे बच्चे हर समय तरोताजा महसूस करे। उनमें से चिड़चिड़ापन और आलस गायब हो जाए।

कृत्रिम लाइट

पढ़ने और सुरक्षा तक के लिए कृत्रिम लाइट का उपयोग किया जा सकता है। बच्चो के कमरे मे प्रकाश व्यवस्था सबसे महत्वपूर्ण है। पढ़ने के लिए टेबल लैंप सबसे सर्वोपरि है। उत्तम प्रकाश व्यवस्था करे जो बच्चो के आंखो के लिए लाभदायक हो। चुभने वाले लाइट से बचे जो बच्चो के आंखो को नुकसान पहुंचा सकता हैं।

स्टडी टेबल

बच्चो के कमरे का सबसे महत्वपूर्ण स्थान यह होता है जहां पर बच्चे अपना समय अधिक से अधिक बिताते है। वे यहां पर पढ़ने,अपना गृहकार्य करने,याद करने और अपनी परीक्षा की तैयारी भी करते है।आपको इस बात का ध्यान जरूर दे कि स्टडी टेबल हल्के रंगों जैसे सफेद,नीला, क्रीम आदि का चुनाव करे गहरे रंगों से बचे जोकि आंखो को चुभते है।टेबल का आकार वर्गाकार या आयत चुने।

बुकशेल्फ

बच्चो के कमरे मे एक बुकशेल्फ (अलमारी) होना जरूरी होता है। किताबो की अलमारी निश्चित रूप से बच्चो की रचनात्मक और जिज्ञासा क्षमताओ को विकासित करता है साथ ही जीवन में उन्हें हर क्षेत्र में सफल होने में मदद करता है।किताबो को व्यवस्थित रूप से बच्चें रखना सीख जाते है। जिससे उनमें अपने सामानों को सही तरीके से क्रमबद्ध रूप से रखना आ जाता है।

वास्तुशास्त्र के अनुरूप

आजकल लोग नए घर का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार करवाते है। वास्तु घर की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करती है साथ ही साथ नकारात्मक ऊर्जा को घर से दूर रखने में भी मदद करती हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखे की घर के अन्य कमरों के साथ बच्चो के कमरे में हर सामानों को वास्तु के अनुरूप ही रखे। दक्षिण-पश्चिम बच्चो के बिस्तर के लिए आदर्श दिशा मानी जाती हैं। स्टडी टेबल का मुख उत्तर,पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।इसी प्रकार कमरे के सभी समान वास्तु के अनुरूप हो।

इस लेख में दिए गए तरीको को अपनाकर आप अपने बच्चो के कमरे को और भी अधिक आकर्षित बना सकते है।

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